हाल ही में अमेरिका में वैज्ञानिकों की एक टीम ने एक ऐसी तकनीक का निर्माण किया है जो पानी की सतह पर सीधे ही सॉफ्ट रोबोट बनाने की क्षमता देती है इस तकनीक का नाम है हाइड्रो स्पीड इस तकनीक से अब रोबोट को पानी के सतह पर ही बनाया जा सकेगा
आ गया पानी पर चलने वाला रोबोट
अमेरिका की यूनिवर्सिटी आफ वर्जिनिया के इंजीनियरिंग और अप्लाइड साइंस स्कूल में प्रोफेसर "baoxing xu " समेत उनकी टीम ने इस ऐतिहासिक आविष्कार की खोज की है यह आविष्कार एक भविष्य बदलने वाली तकनीक साबित हो सकता है इस विधि में रोबोट पारंपरिक विधि से बिल्कुल अलग तरीके से बनाए जात जहां रोबोट पारंपरिक तरीके से बहुत कम सफल होते थे वहीं इस तकनीक से पानी पर रोबोट बनाने की सफलता की दर काफी ज्यादा है ।
क्या है हाइड्रो स्प्रेड तकनीक
यह तकनीक सॉफ्ट रोबोट निर्माण की तकनीक है जिसमें एक लिक्विड पदार्थ को निर्माण सतह के रूप में काम में लिया जाता है इस तकनीक में बहुलक के बहुत छोटे-छोटे बुंदे सतह पर फैला कर बहुत लचीली और पतली परत का रूप ले लेती है तथा इसके बाद एक लेजर बीम की सहायता से इनको किसी भी आकृति वर्गाकार ,आयताकार या वृताकार जैसे रूपों में डाला जा सकता है जबकि इस तकनीक से पहले बहुत ही पतली और लचीली कांच के समान ठोस परत बनाकर बाद में उसको पानी की सतह पर ट्रांसफर किया जाता था जिसमें परतें हल्की होने के कारण फट जाती थी और रोबोट सही से काम नहीं कर पाते थे ।
इस तकनीक से बनाये दो तरह के रोबोट
वैज्ञानिकों ने इस तकनीक से दो तरह के रोबोट्स बनाए हैं जिसमें एक "हाइड्रो फ्लैक्सर" है जो फिन जैसी संरचना के द्वारा आगे बढ़ता है दूसरा " हाइड्रो बकलर" है जो पानी पर टांगों के द्वारा चलता है तथा ऊर्जा के लिए इंफ्रारेड हीटर से प्रयोग किया जाता है जिससे इनको चलाया जा सके
निष्कर्ष
वैज्ञानिकों की इस तकनीक के भविष्य में कई प्रयोग हो सकते हैं जिससे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र मेडिकल साइंस शादी ऐसे स्थान जहां मानव का पहुंचना मुश्किल हो वहां इन रोबोट के जरिए पहुंचा जा सकेगा अब देखना यह होगा कि आगे इस तकनीक में और क्या बदलाव होने हैं और किस तरह से यह मानव के लिए उपयोगी साबित होगी ।
--समाप्त--
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