हाल ही में तीन दिन पहले 17 सितंबर 2025 को भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान ने सऊदी अरब के साथ समझौता किया है। जिसमें पाकिस्तान सऊदी अरब को परमाणु हथियार देने वाला है । आज की इस खबर में जानने वाले हैं कि क्या भारत को इससे खतरा होगा और पाकिस्तान ने ऐसा क्यों किया।
पाकिस्तान सऊदी अरब को देगा परमाणु हथियार
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहाबाज शरीफ ने रियाद में सऊदी अरब प्रिंस मोहम्मद बिन सुल्तान के साथ समझौता किया है जिसमें यदि किसी एक देश पर हमला होता है तो दूसरे देश पर भी हमला माना जाएगा और उसे दूसरे देश को अपने संधि वाले देश को सहायता प्रदान करनी पड़ेगी। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक इंटरव्यू में बताया कि हमारी परमाणु क्षमता पहले से ही ठीक है और यह समझौता दोनों देशों के लिए सुरक्षात्मक दृष्टि से उचित है हमारे पास अच्छे से शिक्षित सेना है जो किसी भी प्रकार के युद्ध के लिए तैयार है इस समझौते से जो भी हमारे पास सेना है उसे सऊदी अरब की सुरक्षा के लिए भी उपलब्ध कराया जा सकता है।
भारत पर प्रभाव
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री आसिफ ने एक इंटरव्यू के अनुसार जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत और पाकिस्तान में जंग होती है तो सऊदी अरब पाकिस्तान की मदद करने आएगा या नहीं तो आसिफ इसका जवाब देते हैं कि बिलकुल इसमें कोई शक की बात नहीं है और इस समझौते का मुख्य उद्देश्य रक्षा है ना कि हमला । आपको बता दें पाकिस्तान के पास लगभग 170 परमाणु हथियार हैं और भारत के पास सिर्फ 172 है । इससे साफ है कि पाकिस्तान और भारत के परमाणु हथियारों में बराबर टक्कर है।
एक्सपर्ट के मुताबिक
कुछ एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस समझौते से भारत की की सुरक्षा पर काफी असर देखने को मिल सकता है पाकिस्तान से भारत की आए दिन किसी न किसी कारण से नौक झोंक देखने को मिलती है ऐसे में सऊदी अरब का सहारा पाक के लिए सही नहीं है ।
वहीं दूसरी तरफ कुछ एक्सपर्ट्स के मुताबिक की रक्षा की दृष्टि के लिए ठीक है इससे भारत को नुकसान होने के काम चांसेस हैं इससे पाकिस्तान को उसके विरोधी देश से सुरक्षा मिलने में फायदा होगा।
निष्कर्ष
अगर इस समझौते को पाकिस्तान के सुरक्षा के लिहज से देखा जाए तो यह ठीक है लेकिन भारत की नजर में यह सही नहीं है क्योंकि पाकिस्तान एक अस्थिर देश है यह समझौते का गलत फायदा भी उठा सकता है यह भारत के लिए चिंता का विषय है भारत सरकार को अपनी सुरक्षा के लिए कुछ नए और बेहतर कदम हटाने की जरूरत है।

