हाल ही में एक नई खबर आ रही है कि जल्द ही स्मार्टफोन गायब होने वाले है। जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी बढ़ रही है, स्मार्टफोन हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनते जा रहे हैं।
गांव से लेकर शहर तक, बच्चे से लेकर बूढ़े तक ,स्टूडेंट से लेकर प्रिंसिपल तक आदि सभी के पास स्मार्टफोन उपलब्ध है, और डेली लाइफ में उसका इस्तेमाल भी कर रहे हैं। चलिए आज के इस लेख में AI टेक्नोलॉजी और उसके कुछ लाभ और हानि के बारे में देखते हैं।
AI टेक्नोलॉजी क्या है
ai का मलतब आर्टिफिशल इंटेलीजेंस से है। यह मानव द्वारा निर्मित एक मौडर्न टेक्नोलॉजी है।आजकल यह टेक्नोलॉजी बढ़ती जा रही है। कई open ai, googal, meta जैसी दिग्गज कंपनियां इस टेक्नोलॉजी से दुनिया में एक बड़ा बदलाव लाने की कोशिश कर रही है। यह टेक्नोलॉजी आजकल हर क्षेत्र में ग्रो कर रही है। कंपनियां लगातार ai के क्षेत्र में बड़े-बड़े निवेश कर रही हैं। इसी से अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले कुछ सालों में ai मोबाइल फोंस को रिप्लेस कर सकता हैं।
स्मार्ट ग्लास
वर्तमान समय में गूगल और मेटा जैसी दिग्गज कंपनी अपने-अपने स्मार्ट गिलासेज बनाने में लगी हुई है। यह ग्लासेस एक सवाल पर आसपास के सारे वातावरण संबंधित कई चीजों को समझ और देख सकेंगे, और उसको आसान भाषा में मानव को समझ सकेंगे। इन गिलासेज पर अभी काम चल रहा है। कयास लगाई जा रही है कि कंपनियां मार्केट में इन्हें जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी लॉन्च करने की कोशिश में लगी है।
ai के लाभ 
Image by freepik

अक्सर हर चीज के दो पहलू होते हैं एक तरफ अच्छा तो दूसरी तरफ बुरा। ठीक उसी प्रकार ai के भी अपने लाभ भी हैं तो हानी भी हैं। ai का उपयोग वर्तमान में हम अपनी उत्पादकता बढ़ाने ,अपने व्यापार को आगे ले जाने ,घंटे के काम को मिनट में करने, स्टूडेंट के तौर पर पढ़ाई करने ,शिक्षक के तौर पर एक अच्छी शिक्षा प्रदान करने, इसके अलावा रोजमर्रा की कई समस्याओं का हल निकालने में कर सकते हैं।
इस प्रकार ai हमारी समस्याओं को समाधान करने में मदद कर सकता है, यदि इसका अच्छे से के लिए उपयोग किया जाए। नहीं तो ईसके नुकसान भी काफी हैं। उनकी चर्चा हम आगे के लेख में करेंगे-
ai की हानि
वैसे तो आई का प्रभाव कई सारे क्षेत्र में पढ़ रहा है जैसे शिक्षा, व्यापार ,नौकरी । जब से ai आया है लोगों के डीपफेक बनने लग गए हैं ,जिस कारण से उस व्यक्ति को आर्थिक, मानसिक, राजनीतिक,और कानूनी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। बड़े-बड़े सेलिब्रिटियों के डीपफेक बनना काफी प्रचलित हो गया है, इसके कारण लोगों के साथ काफी स्कैम हो रहा है। एक बड़ा प्रभाव इसका नौकरियों पर पड़ रहा है।
कंपनियों को जहां ai के आने से पहले 100 लोगों की जरूरत होती थी ,वहां अब ai के आने के बाद सिर्फ 20 से 25 लोगों की जरूरत पड़ रही है। जिस कारण से काफी लोगों को अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ रहा है।
निष्कर्ष
आप में से ज्यादातर लोग मध्यम वर्ग से आते हैं ,जिनके लिए अपना गुजारा करना काफी कठिन होता है। तो कृपया करके इस मॉडर्न टेक्नोलॉजी के युग में आप अपने आप को भी अपग्रेड करें ताकि आप जमाने से पीछे नहीं रह जाएं। ai को अपना दोस्त बनाएं न की दुश्मन।
आप किसी भी क्षेत्र में किसी काम में ऐसा प्रदर्शन करें कि ai को भी आपकी नकल करने में टाइम लगे। ऐसा करने से यह आपकी जगह कभी नहीं ले सकता और आप उस क्षेत्र के मास्टर हो जाएंगे और आपके लिए काफी रास्ते खुल जायेंगे ।
--समाप्त--
यह भी पढ़ें- Apple इवेंट मे लॉन्च करेगा नया iphone, इवेंट्स और कीमत के बारे में
